अयोध्या फैजाबाद स्व.सीताराम निषाद पूर्व मंत्री पूर्व विधायक की सातवीं पूर्णतिथि पर भारत सहयोग संघ के द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करके उनके विचारों एवं कार्यों को याद किया गया। कार्यक्रम का विषय पूंजीवाद के दौर में राजनीति और शिक्षा जरूरी क्यों ? कार्यक्रम का उद्घाटन विवेक ब्रह्मचारी प्रवक्ता कबीर मठ जियनपुर अयोध्या और मुख्य अतिथि डॉ सुमन गुप्ता संपादक जन मोर्चा हिंदी दैनिक समाचार पत्र लखनऊ रही है। आयोजन राजू निषाद प्रदेश उपाध्यक्ष भारत सहयोग संघ। मुख्य अतिथि डॉक्टर सुमन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि सीताराम निषाद राजनीति और शिक्षा के माध्यम से इतने बड़े मुकाम तक पहुंचे थे। यह आज का जो दौर है वह अपने आप में बड़ी चुनौती का समय चल रहा है और इस चुनौती पूर्ण समय में अगर व्यक्ति और समाज जो वंचित तबके के लोग हैं अपने आप को इसके विपरीत चट्टान की तरह अगर खड़े नहीं हो सके तो यह समय बहुत मुश्किल का होगा। जब यह दौर आता है तो सीताराम निषाद जैसे लोग याद आते हैं। इसलिए इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए आप लोग तैयार रहिए तब जाकर आप इस विपरीत परिस्थिति में अपने आप को मानव के रूप में स्थापित कर पाएंगे। सत्यभान सिंह जनवादी अमर शहीद भगत सिंह ट्रस्ट एवं जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष ने कहा की विपरीत परिस्थिति में भी आप लोगों को परिवर्तन के लिए तैयार हो रहे माहौल को बड़ी निडरता के साथ सामना करना चाहिए। भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी साथियों के विचारों को जन-जन तक ले जाना ही सीताराम जैसे लोगों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि और पूंजीवाद से लड़ने का एक हथियार होगा। डॉ. नानक सरन पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि सीताराम निषाद के नाम पर एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा जिसके माध्यम से आने वाले समय में तमाम प्रकार के कार्य किए जाएंगे जिससे उनके विचारों को समाज में ले जाने में आसानी होगी । उद्घाटन के तौर पर कबीर मठ के प्रवक्ता विवेक ब्रह्मचारी ने कहा कि इस जमाने में सीताराम निषाद जैसा आज इंसान होना अपने आप में एक चुनौती है। और उनका लगाव कबीर से काफी लंबे समय तक रहा है कबीर साहब के दोहे दाता इतना दीजिए जितना कुटुंब समाय मैं भी भूखा ना रहूं साध न भी भूखा ना जाए।वरिष्ठ नेत्री स्नेह लता निषाद ने कहा की सीताराम निषाद के विधायक एवं मंत्री बनने से पूरे उत्तर प्रदेश में एक जन जागृति पैदा हुई थी मछुआ समुदाय के विभिन्न उपजातियां को निषाद सरनेम देकर एकीकरण के सूत्र में बंधे थे पूरे बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने पुलों और सड़कों का जाल बिछाया था। और साथी छेदीलाल कमीशन में पिछड़ा वर्ग के लिए भी काफी लड़ाई लड़ी थी।रोली यादव पूर्व सदस्य एससी एसटी आयोग उत्तर प्रदेश ने कहा कि हमारे पिता स्वर्गीय परशुराम यादव और सीताराम निषाद आमने-सामने चुनाव लड़ते थे लेकिन वह लोग सामाजिक न्याय के लिए एक साथ एक मंच पर हो जाया करते थे। बाद के दिनों में दोनों लोग समाजवादी पार्टी में एक साथ रहे माननीय मंत्री जी सीताराम निषाद जी को विधायक और मंत्री बनने के लिए जी जान से परिश्रम किए । संतोष निषाद अध्यक्ष निषाद समाज ने भी सामाजिक कार्यों में अपना पूर्ण सहयोग देने का वादा किया है। इस अवसर पर इस मौके पर सीताराम निषाद के पुत्र दिग्विजय निषाद एवं पुत्री स्मृति निषाद उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में रामदुलार निषाद अध्यक्ष निषादराज जयंती समिति, अतीक अहमद जिला प्रभारी मकपा माले, अशोक यादव जिला सचिव माकपा पार्टी, अशोक तिवारी जिला सचिव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, रामप्रसाद निषाद राम जी राम यादव। अरुण पहलवान, डॉ अमित पटेल, मुकेश निषाद प्रधान, नीरज श्रीवास्तव, कवि रोहित निषाद पूर्व प्रधान, राम प्रसाद निषाद, हेमंत निषाद, अनिल निषाद, राजकुमार निषाद , सूरज निषाद आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।