दीपावली का पर्व हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का संदेश देता है। लेकिन क्या यह प्रकाश केवल हमारे घरों और आंगनों तक सीमित होना चाहिए? इस दीपावली पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने आसपास के समाज को भी इस उजाले से रोशन करेंगे। उन परिवारों तक पहुंचेंगे जो शिक्षा के अभाव, कुपोषण, आर्थिक तंगी और नशे की लत से जूझ रहे हैं। हमें यह समझना होगा कि समाज का हर हिस्सा हमारा ही प्रतिबिंब है। अगर वे अंधकार में हैं, तो कहीं न कहीं हमारा समाज भी पूर्ण प्रकाश में नहीं है।
इस दीपावली हम जो दीप जलाएंगे, उसकी रोशनी केवल एक दिन की नहीं होगी। हम इस रोशनी को ज्ञान, शिक्षा और समर्थन से दिन-ब-दिन दुगना करेंगे, ताकि यह प्रकाश उन परिवारों तक पहुंचे जो इसकी सबसे ज्यादा जरूरत महसूस करते हैं। यह पर्व बीत जाने के बाद भी हम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सक्रिय रहेंगे और किसी भी तरह के अंधकार को हटाने का प्रयास जारी रखेंगे। अगले वर्ष की दीपावली तक हम देखेंगे कि हमने कितने लोगों के जीवन से अंधकार को दूर किया है। यही सच्ची दीपावली होगी, जब समाज का हर हिस्सा हमारे प्रयासों से प्रकाशित हो।