मिंटू कुमार, ब्यूरो इंचार्ज, पटना डिवीजन, कश्यप संदेश
बिहार के सीवान और छपरा जिलों में जहरीली शराब कांड ने खौफनाक रूप ले लिया है। शराबबंदी लागू होने के बावजूद अवैध रूप से बनाई और बेची जा रही जहरीली शराब ने अब तक 25 लोगों की जान ले ली है। सीवान में 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि छपरा में 5 लोग इस जहरीली शराब के सेवन से मारे गए हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, शराब पीने के बाद कई लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वहां पहुंचने के बाद अधिकांश लोगों की मौत हो गई। सीवान में 20 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि छपरा में 5 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
घटना के बाद जिला प्रशासन ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। डीएम ने कहा कि निषेध और आबकारी विभाग के अधिकारियों की एक टीम इस मामले की जांच करेगी। पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष, एएसआई और तीन चौकीदारों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही, पुलिस मुख्यालय ने भी कार्रवाई करते हुए दो जांच टीमों का गठन किया है। एक टीम का नेतृत्व एएसपी संजय झा कर रहे हैं, जबकि दूसरी टीम का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त कृष्ण कुमार कर रहे हैं।
बिहार में अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि, इसके बाद भी अवैध शराब का कारोबार राज्य में रुक नहीं पाया है। हाल ही में बिहार सरकार ने स्वीकार किया था कि 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद से अवैध शराब के सेवन से 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।