जलांचल चला गांव की ओर, जहां सुख-दुख की कहानी है।
गांव की पगडंडियों पर चलकर, ज़िंदगी के नए रंग देखेंगे।
गांव की चौपाल पर बैठकर, जलवंशी की बातें सुनेंगे।
गांव की खुशियों में खुश होंगे,गांव की परेशानियों में साथ देंगे।
शिक्षा क्रांति की मशाल जलाएंगे,नशा मुक्त हो अपना जलवंशी, यह अलख जगाएंगे।
रोजगार में आगे बढ़े जलवंशी, मार्ग प्रशस्त कर आएंगे।
नारी ही जलवंशी की नींव, इनको सशक्त बनाएंगे।
निर्मल नदी, ताल, पोखरा,शुद्ध पर्यावरण, स्वच्छ अभियान,
हर जलवंशी गांव-गांव अभियान चलाएंगे।
जलांचल संदेश को गांव-गांव तक ले जाएंगे,
जलांचल चला गांव की ओर…
पूर्वांचल महासचिव(जलांचल प्रगति पथ)