कानपुर: पूर्व राज्यमंत्री पन्नालाल कश्यप ने मछुआ समुदाय के पोर्टल के संचालन को लेकर गहरी आपत्ति जताई है। एक यूट्यूब चैनल को दिए गए साक्षात्कार में कश्यप ने कहा कि सरकार की इस नई योजना के तहत सभी वर्गों को सम्मिलित कर मछुआ समुदाय के असली हकदारों के साथ धोखा किया जा रहा है। उन्होंने इसे सरकार की दमनकारी नीति का हिस्सा बताया और इसका कड़ा विरोध करने की बात कही।
कश्यप का कहना है कि इस योजना के माध्यम से मछुआ समुदाय के तालाब, झीलें और नदियों पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उनकी आजीविका पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल केवल एक दिखावा है और इससे मछुआ समुदाय की वास्तविक समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। इसके बजाय, इसमें अन्य वर्गों को जोड़कर मछुआ समुदाय की संपत्तियों को हथियाने का प्रयास किया जा रहा है।
कश्यप ने मछुआ समुदाय से आग्रह किया कि वे अहिंसात्मक तरीकों से इस योजना का विरोध दर्ज कराएं और अपने अधिकारों की रक्षा करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी मछुआ वर्गों को एकजुट होकर इस योजना के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, ताकि उनकी नदियों, झीलों और तालाबों पर बाहरी हस्तक्षेप को रोका जा सके।
अंत में, कश्यप ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा और इसका उद्देश्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ जनजागरण करना है, ताकि मछुआ समुदाय को उनका सही हक दिलाया जा सके।