निषाद संस्कृति के पुनरुत्थान और मनुवाद मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास शुरू किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत श्रीधाम वृंदावन स्थित रामलला कुटी में महिलाओं और पुरुषों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में पूजा पद्धति के साथ-साथ कथा वाचन शैली, गायन शैली और अन्य पारंपरिक विधाओं को सिखाया जाएगा।
निषादराज कृपा मूर्ति, गौ रक्षक स्वामी सुभाषानंद जी महाराज, जो निषाद पुराण और भागवत पुराण के प्रसिद्ध कथावाचक हैं, इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। उनके मार्गदर्शन में प्रशिक्षार्थियों को आयुर्वेदाचार्य, योगाचार्य, यज्ञाचार्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों की शिक्षा दी जाएगी।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों से आए प्रतिभागियों को निषाद संस्कृति के प्रति जागरूक और सशक्त बनाना है। रहने और खाने का मामूली शुल्क लिया जाएगा, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग भी इस अभियान का हिस्सा बन सके।
प्रशिक्षण के पश्चात, प्रमाण पत्र और पूजा पद्धति की कॉपीराइट पुस्तक भी प्रदान की जाएगी। अभियान का उद्देश्य गांव, ब्लॉक और जिले स्तर पर 50 पुरुष और 50 महिलाओं को प्रशिक्षित कर, उन्हें निषाद संस्कृति के कार्यों में सक्रिय योगदान के लिए तैयार करना है।
इस पहल से मनुवाद मुक्त समाज का सपना साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। इच्छुक व्यक्ति या संस्थान इस अभियान से जुड़ने के लिए दिए गए संपर्क नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।मोबाइल नंबर 9358 506661व्हाट्सएप नंबर 6393934863