-राम कुमार कश्यप, संवाददाता, लखनऊ
बिसवां( सीतापुर)- 26 सितम्बर 2024, आज कृष्ण जन्माष्टमी के दिन क़स्बा बिसवां जिला सीतापुर के निकट शारदा नहर का तटबंध तेज बहाव के कारण टूट गया, जिससे लगभग दो दर्जन गाँव , उनके मवेशी और फसलें खतरे की चपेट में आ गईं । इस दुर्भाग्यपूरण घटना में भिनैनी , रमुआपुर, सद्दूूपुर महरिया आदि गाँव प्रभावित हुए हैँ । तहसील क़स्बा बिस्वा के उत्तर में निकली डबल शारदा नहर का उत्तरी तटबंध पानी के तेज बहाव के कारण अचानक टूट गया और पानी तेजी के साथ पास के गाँवो में भरने लगा , देखते ही देखते पानी ने पूरे इलाके को अपने आगोश में ले लिया । जहाँ तक नजर घुमाओ सिर्फ पानी ही पानी दिख रहा है । ग्रामीण अपनी जान बचाने के लिए छतों पर चढ़ गये और मदद की पुकार करते दिखे । शासन - प्रशासन ने खतरे की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मौके पर पहुंच कर हर संभव मदद और जल प्रवाह को रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है, खबर लिखे जाने तक रेउसा इत्यादि नजदीकी इलाकों से नाव और बोटों सहित तैराकों की टीम को घटना स्थल के लिए रवाना कर दिया गया है । अभी तक अधिकारिक तौर पर इस घटना में हुई जन हानि और आर्थिक क्षति का वास्तविक आंकड़ा प्राप्त नहीं हुआ है । कश्यप संदेश टीम इस दुर्भाग्य पूर्ण घटना में प्रभावित लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती है । हम अपने पाठकों को बताते चलें कि शारदा नहर उत्तर प्रदेश की सबसे लम्बी नहर है जिसकी कुल लम्बाई लगभग 350 किलोमीटर है । यह नहर उत्तर प्रदेश और नेपाल राष्ट्र की सीमा के समीप बनबसा नामक स्थान से निकलकर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, बरेली , शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी , सीतापुर ,बराबंकी , लखनऊ ,उन्नाव , राय बरेली , सुल्तानपुर , प्रताप गढ़ , प्रयागराज , तथा जौनपुर से गुजरती है जिससे लगभग आठ लाख हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई की जाती है । इस नहर पर बनबासा के पास खटीमा शक्ति केंद्र भी स्थापित है जिससे विद्युत् उत्पादन किया जाता है ।