रामकुमार कश्यप लखनऊ का कहना है कि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्य मंत्री माननीय योगी आदित्य नाथ जी ने जनता की समस्याओ को हल करने हेतु अनेको प्रकार के अभियान चलाये है जैसे थाना दिवस, तहसील दिवस, जनता दर्शन और आई जी आर एस पोर्टल प्रमुख हैँ ।इन सबके पीछे सरकार का उद्देश्य यही रहता है कि प्रदेश की जनता को सुशाशन और न्याय मिले जिसकी परिकल्पना भारतीय जनता पार्टी हमेशा राम राज्य से करती रही है । किन्तु इन सब प्रयासों के बाद भी जनता को न्याय नहीं मिल रहा और अधिकतर मामलों में पुलिस और अफसर फरियादी की नहीं सुनते है और अपने स्तर से अधिकतर संवेदनशील मामलों में अधिकारी अपने स्तर से भ्रामक और फ़र्ज़ी जांच आख्या लगाकर विभागीय स्तर से सम्बन्धित उच्च अधिकारियों को भेज देते हैँ और प्रकरण निस्तारित करवा दिए जाते हैँ जबकि फरियादी /पीड़ित पक्ष को न्याय ना मिलने से अपने आप को असहाय समझ कर चुप हो जाता है । कुछ जागरूक पक्ष जब अधिकारियों की मनमानी रिपोर्ट आख्या के खिलाफ जन सुनवाई पोर्टल पर अपना फीडबैक दर्ज़ कराकर समस्या के समाधान के प्रति असंतुष्टि दर्ज़ कराते है मगर इससे भी उन्हे कोई लाभ नहीं मिलता है और हकीकत ये है कि अधिकारियों की इस उदाशीनता के कारण जनता जनार्दन मे काफी असंतोष ब्याप्त है और नतीजनन भारतीय जनता पार्टी की शाख ऐसे अधिकारियों की वजह से खराब हो रही है और न्याय ना मिलने और समस्याओ का सही समाधान ना मिलने से जनता जनार्दन का विश्वास भारतीय जानता पार्टी से टूट रहा है और पीड़ित पक्ष अन्य राजनीतिक पार्टियों की ओर अपना रुझान कर रही हैँ । इसलिए समय रहते भारतीय जनता पार्टी को इस तरफ ध्यान आकृष्ट करने की आवश्यकता है ताकि सरकार के प्रति जनता का विश्वास बना रहे और आगामी 2027 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव मे भारतीय जनता पार्टी एक मजबूत जीत हासिल करके विपक्ष को आइना दिखा सके ।