कश्यप सन्देश

kashyap-sandesh
8 September 2024

ट्रेंडिंग

आगरा में एटौरा देवी मेले का आयोजन 11 और 12 सितंबर को, निषाद कश्यप समाज के लिए गौरवशाली परंपरा
मल्लाह जाति: अपराधी जनजातियों का कलंक और पहचान की तलाश: मनोज कुमार मछवारा की कलम से
राष्ट्रीय सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन मेंआदिवासी कश्यप कहार निषाद समुदाय की एकजुटता पर जोर
समतामूलक और भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र की परिकल्पना: सर्वेश कुमार "फिशर" की कलम से
राजनीति का परिदृश्य: राम सिंह "राम" कश्यप की कलम से
विजय निषाद को निषाद पार्टी द्वारा चित्रकूट मंडल का कोऑर्डिनेटर बनाए जाने पर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
दिल्ली चलो: 5 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में होगा राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन

अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप कहार निषाद भोई का दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन

नवी मुंबई, 13-14 जुलाई: अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप कहार निषाद भोई समन्वय समिति एवं सहयोगी संगठनों नेशनल एसोसिएशन ऑफ फिशरमेन और राष्ट्रीय निषाद संघ द्वारा नवी मुंबई में दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जी. के. भांजी का भव्य स्वागत किया गया।

सम्मेलन के पहले दिन समिति के पदाधिकारी कैलाश नाथ निषाद, जो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष हैं, ने राष्ट्रीय निषाद संघ और नेशनल एसोसिएशन ऑफ फिशरमेन के साथ मिलकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उनके साथ राजेंद्र निषाद, प्रदेश महासचिव, भी मौजूद थे

इस अवसर पर कैलाश नाथ निषाद, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय निषाद संघ, नेशनल एसोसिएशन ऑफ फिशरमेन, राम कुमार एडवोकेट और पूर्व विधायक, और अखिल भारतीय अध्यक्ष माननीय कुवर सिंह निषाद, विधायक छत्तीसगढ़, विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में 151 से अधिक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के संयोजक रमेश दादा पाटिल, विधायक और राष्ट्रीय अध्यक्ष कोली महासंघ, राष्ट्रीय संयोजक राजाराम कश्यप, कार्यकारी अध्यक्ष बाबा मार्तंड सिंह मांझी, नीरज कश्यप और गुरुचरण कश्यप ने भी अपनी महत्वपूर्ण बातें रखीं।

दूसरे दिन के समापन अवसर पर विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे और उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण बातें रखीं। इस अवसर पर समिति के पदाधिकारियों ने एकजुट होकर समाज की समस्याओं का समाधान निकालने का संकल्प लिया।

सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज के हर तबके को न्याय और बराबरी दिलाना था। इस अधिवेशन ने समाज के विभिन्न मुद्दों को उजागर करने और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है।

अधिवेशन के अंत में, सभी उपस्थित सदस्यों ने एक साथ मिलकर समाज के विकास और उन्नति के लिए कार्य करने का संकल्प लिया इस सम्मेलन ने निश्चित रूप से समाज के हर वर्ग को एक मंच पर लाकर एकजुटता और समानता के संदेश को प्रबल किया है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top