उत्तर प्रदेश पुलिस ने मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट पर ‘भोले बाबा’ की तलाश में रात भर छापेमारी की, जिन्होंने सत्संग का आयोजन किया था। इस घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा जोन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जो 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार ने हाथरस में स्थिति का जायजा लिया।
मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम के लिए 8,000 लोगों की अनुमति ली गई थी, जबकि इससे अधिक भीड़ जमा हो गई थी। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी चीजें जांच के अधीन हैं और हम जल्दबाजी में निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहते। मामले की जांच के निष्कर्षों के आधार पर ही आगे की कार्यवाही होगी।
मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
हाथरस में हुई इस घटना ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है, और प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है। सभी की नजरें अब उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस घटना के जिम्मेदारों को उजागर करेगी।