उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस भगदड़ में घायल हुए लोगों से अस्पताल में मुलाकात की है। इस हादसे में 121 लोगों की जान चली गई थी। मुख्यमंत्री ने घायलों के इलाज का जायजा लिया और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घायलों के उपचार में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए।
इस बीच, 3 जुलाई 2024 को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें इस घटना की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति की नियुक्ति की मांग की गई है। याचिका में यह भी अनुरोध किया गया है कि इस समिति की निगरानी एक सेवानिवृत्त सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा की जाए। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि इस त्रासदी की निष्पक्ष और गहन जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
घटना के बाद राज्य में शोक और आक्रोश की लहर है। कई सामाजिक संगठनों और विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार इस घटना की पूरी तरह से जांच करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।