आज सिक्किम ‘ग्वाला दिवस’ मना रहा है, जिसमें राज्य के दूध उत्पादकों को सम्मानित किया जा रहा है। राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने लोगों, विशेष रूप से डेयरी किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल आचार्य ने इस पहल की सराहना की, जो दूध उत्पादकों को सशक्त बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में है। उन्होंने उच्च गुणवत्ता वाले दुग्ध उत्पाद प्रदान करने में उनकी मेहनत और समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री तमांग ने भी इन भावनाओं को व्यक्त करते हुए किसानों और ग्वालों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों को स्वीकार किया। उन्होंने प्राकृतिक खेती और पशुपालन में उनके योगदान की प्रशंसा की और ‘मिल्क पर्सन ऑफ द ईयर’ पुरस्कार और पशु स्वास्थ्य सेवाओं जैसी पहलों का उल्लेख किया।
दोनों नेताओं ने डेयरी किसानों को पहचानने और समर्थन देने के महत्व पर जोर दिया ताकि एक प्रगतिशील और समृद्ध समाज का निर्माण हो सके।
राज्यभर में, डेयरी किसानों के इस समर्पण और कड़ी मेहनत का जश्न मनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इस दिन का उद्देश्य न केवल डेयरी उद्योग के महत्व को उजागर करना है, बल्कि उन किसानों की भूमिका को भी पहचानना है जो अपनी मेहनत और समर्पण से राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बना रहे हैं।
‘ग्वाला दिवस’ ने राज्य में एक उत्सव का माहौल पैदा कर दिया है, जहां हर कोई इन मेहनती किसानों का सम्मान और समर्थन कर रहा है। इस प्रकार के उत्सव न केवल डेयरी किसानों के आत्मसम्मान को बढ़ाते हैं, बल्कि युवाओं को भी इस क्षेत्र में काम करने के लिए प्रेरित करते हैं।