निषाद समाज ने देश के लिये | दिया है बलिदानः संजय निषाद
मत्स्य विभाग के मंत्री ने सर्किट हाउस में की बैठक
कानपुर। कानपुर कैंट स्थित सती चौरा मस्कर घाट पर 1857 की क्रांति में मछुआ समाज की निषाद सपूतों की शहादत दिवस कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार डॉक्टर संजय निषाद के निर्देशन पर कानपुर जिला अध्यक्ष राज निषाद व पदाधिकारी के तत्वाधान में मनाया गया अंग्रेजी हुकूमत द्वारा 1857 में कानपुर में 167 निषाद की सपूतों सहित समाधान निषाद लोचन निषाद को कच्ची फांसी दी गई थी अंग्रेजी हुकूमत द्वारा देश का खजाना लूट कर नौका से अपने देश लेकर जा रहे थे तभी इन वीर सपूतों सपूतों ने देश देश का खजाना बचाने के लिए 300 अंग्रेजों को नदी में डुबोकर मार डाला था। कार्यक्रम पहले मछुआ क्रांति बलिदान दिवस समारोह में मत्स्य विभाग के मंत्री संजय निषाद आज सर्किट हाउस पहुंचे। निषाद समाज के बलिदानियों को पुष्प अर्पित करने के बाद उन्होंने बू मीडिया से बात की। कहा कि अबकी नर बार चार सौ पार का का नारा साइन र्ज इंडिया के लिये था, शक्तिशाली भारत देश की परिकल्पना का नारा था। उन्होंने कहा कम ही सही लेकिन • केन्द्र औश्र प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है जो विकास की व्यार बहा रही है। श्री निषाद ने कहा कि कानपुर को अलग दर्जा मिलना चाहिये ताकि यहां विकास और तेजी से हो। एक सवाल के जवाब में कहा कि निषाद ने समाज के बच्चे पढ़ लिख कर आईएएस, आईपीएस या अफसर बनना चाहते है तो उन्हें सरकार सरकार की ओर से मदद मिलेगी और समाज भी उन्हें
देग समाज भी उन्हें मदद देगा। इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान विपक्ष ने कई झूठ बोले नकारात्मकता फैलाया जिससे चार सौ का आंकड़ा पार नहीं हो सका इस पर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिये था। सर्किट हाउस से मंत्री डा. संजय
निषाद की पत्नी मालती निषाद पार्टी कार्यकर्ताओं संग शक्ति चौरा घाट कार्यक्रम स्थल पर पैदल यात्रा करते हुए पहुंची जिसके दौरान कार्यक्रम पंडाल में डॉक्टर साहब की पत्नी मालती देवी निषाद गर्मी के चलते बेहोश हो गयी जिससे हड़कम्प मच गया।
उन्हें आनन-फानन कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स ने इलाज शुरू कर दिया है, उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। वो अपने पति के साथ सत्तीचौरा घाट में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गई थीं।
कार्यक्रम के दौरान ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। वो सोफे पर गिर गई। कार्यकर्ता ने आनन-फानन गाड़ी से लेकर अस्पताल पहुंचे। पहले उन्हें कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया है। मछुआ क्रांति बलिदान दिवस समारोह के पर मंत्री निषाद पत्नी के साथ पहुंचे थे। गर्मी और उमस के चलते मंच पर ही पत्नी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। पहले मंत्री ने उन्हें सोफे पर लिटाया, इसके बाद भी जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें गाड़ी में बैठाकर अस्पताल की तरफ रवाना हो गए। तभी उनका इलाज जारी है। मंत्री की पत्नी को हार्ट अटैक पड़ने की जानकारी पर अफसरों में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में सीएमओ समेत कई अफसर मामले की जानकारी में जुट गये। पत्नी को अस्पताल में एडमिट कराकर मंत्री जी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर उपस्थित निषाद कश्यप ,बिंद, धुरिया ,बाथम,रायकवार आदि निषाद वंशीय समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि निषाद वंशी समाज के खून में देश के प्रति वफादारी कूट-कूट कर भरी है हमें उन गद्दारों से सावधान रहना है इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष एडवोकेट नीरज निषाद ने कहा कि पार्टी व संगठन द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाता है परंतु जिन क्रांतिकारी वीर सपूतों ने अंग्रेजों से लोहा लेकर शहीद हुए उनको आज तक शहीद का दर्जा प्राप्त नहीं हुआ स्तंभों पर उनके नाम तक नहीं लिखे गए इस पर हम सबको विचार करना चाहिए।कार्यक्रम में पूर्व सांसद प्रवीण कुमार निषाद विधायक सरवन निषाद निषाद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र मणि,व्यास मुनि अमित निषाद राष्ट्रीय अध्यक्ष संगठन, सचिन देव मीडिया प्रभारी दशरथ राज महेंद्र आंदोलनकारी प्रदेश उपाध्यक्ष कानपुर समाजसेवी महावीर निषाद देवी प्रसाद निषाद रमाकांत निषाद एटा, संदीप चौधरी राज बहादुर धुरिया पत्रकार कार्तिक निषाद अतुल हमीरपुर से मूलचंद, पूर्व जिला अध्यक्ष सरवन निषाद राजू निषाद दीपू निषाद , जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश जालौन, विजय निषाद हमीरपुर ,शैलेंद्र कुमार, मिठाई लाल आई टी प्रदेश अध्यक्ष,आदि प्रदेश के लगभग सभी जनपदों से सामाजिक बंधु व कार्य करता उपस्थित है उपस्थित रहे।