भारत ने अम्मान, जॉर्डन में आयोजित अंडर-17 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में अपने अभियान का समापन शानदार तरीके से किया। भारतीय युवा दल ने कुल 11 पदक जीते, जिनमें चार स्वर्ण, दो रजत, और पांच कांस्य पदक शामिल हैं।
महिला पहलवानों ने सभी चार स्वर्ण पदक जीते। 46 किग्रा में दिपांशी, 53 किग्रा में मुस्कान, 61 किग्रा में रजनीता, और 69 किग्रा में मानसी लाठर ने अपने-अपने वजन वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 40 किग्रा वर्ग में राजा बाला ने अपने बहादुर प्रयासों के बावजूद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
पुरुषों के मोर्चे पर, समर्थ गजानन महाकावे ने 55 किग्रा वर्ग में कड़ी प्रतिस्पर्धा में रजत पदक जीता। जबकि आकाश ने 65 किग्रा, सचिन कुमार ने 71 किग्रा, बिकाश कछप ने 48 किग्रा, तुषार तुकाराम पाटिल ने 60 किग्रा, और रोनक ने 110 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
इस शानदार प्रदर्शन के साथ, भारतीय दल ने यह साबित कर दिया कि देश में कुश्ती का भविष्य उज्ज्वल है। महिला पहलवानों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया और यह दर्शाया कि भारतीय महिला कुश्ती वैश्विक स्तर पर तेजी से उभर रही है। इस उपलब्धि ने न केवल खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया है बल्कि देश को गर्व का अनुभव भी कराया है।
इस सफलता से प्रेरित होकर, भारतीय कुश्ती संघ आने वाले टूर्नामेंटों में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है। भारतीय पहलवानों के इस प्रदर्शन ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की प्रतिष्ठा को और ऊंचा किया है।