गांधीनगर, गुजरात: भारत की दिव्या देशमुख ने विश्व जूनियर गर्ल्स चेस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया। गिफ्ट सिटी क्लब में आयोजित इस चैंपियनशिप के फाइनल राउंड में दिव्या ने बुल्गारिया की बेलोस्लावा क्रास्टेवा को मात दी। शीर्ष वरीयता प्राप्त दिव्या ने 10वें राउंड में मात्र 26 चालों में क्रास्टेवा को हराकर अपना पहला अंडर-20 खिताब जीता।
दिव्या ने पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए नौ खेलों में जीत दर्ज की और बाकी दो खेलों को ड्रॉ कर समाप्त किया। उनके इस अभूतपूर्व प्रदर्शन ने न केवल उन्हें विश्व चैंपियन का खिताब दिलाया, बल्कि भारतीय शतरंज समुदाय में गर्व की लहर भी दौड़ा दी है।
चैंपियनशिप के बाद मीडिया से बात करते हुए दिव्या ने कहा, “यह मेरी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। मैं अपने कोच, परिवार और सभी समर्थकों का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचने में मदद की।”
दिव्या की इस जीत ने अंतरराष्ट्रीय शतरंज जगत में भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने दिखा दिया कि भारतीय युवा शतरंज खिलाड़ी भी विश्व स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। इस जीत से उन्हें आगामी प्रतियोगिताओं के लिए भी आत्मविश्वास मिलेगा और वे भविष्य में और भी ऊँचाइयाँ हासिल करने के लिए प्रेरित होंगी।
गुजरात के गांधीनगर में आयोजित इस चैंपियनशिप ने भारत में शतरंज के प्रति उत्साह को और बढ़ाया है और दिव्या देशमुख के इस जीत ने युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया है कि वे भी बड़े मंच पर सफलता हासिल कर सकते हैं।