कोचीन: केरल के कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज सुबह भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से 45 भारतीय नागरिकों के पार्थिव शरीर पहुंचे, जो कुवैत में हुए विनाशकारी अग्निकांड में अपने प्राण गंवा बैठे थे। इस अग्निकांड में 45 भारतीयों की जान चली गई थी, जिनके पार्थिव शरीर आज उनके स्वदेश लाए गए। कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 31 पीड़ितों के शव उतारे गए।
यह दुखद घटना बुधवार को कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में स्थित एक श्रमिक आवासीय सुविधा में घटी थी। इस त्रासदी के बाद, भारत सरकार ने विदेश राज्य मंत्री किर्ति वर्धन सिंह को कुवैत भेजा था। मंत्री का उद्देश्य कुवैती सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीरों की जल्द से जल्द वापसी सुनिश्चित करना था और साथ ही घायल व्यक्तियों की देखभाल करना था।
मंत्री किर्ति वर्धन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कुवैती अधिकारियों को उनके द्वारा प्रदान की गई सभी संभव मदद और पूर्ण सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “हम कुवैत सरकार के आभारी हैं जिन्होंने इस दुखद समय में हमारा पूरा सहयोग किया और मृतकों के पार्थिव शरीरों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित की।”
इस दुर्घटना ने देश भर में शोक की लहर फैला दी है, और सभी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की जा रही है। केरल सरकार और स्थानीय प्रशासन ने भी शोक संतप्त परिवारों की सहायता के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इस दुखद घटना ने श्रमिकों की सुरक्षा और उनके रहन-सहन की स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं, जिन पर अब ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।