उत्तराखंड के साहस्र ताल के पास नौ कर्नाटक के ट्रेकर्स की मौत हो गई है। ये सभी एक 22-सदस्यीय समूह का हिस्सा थे और मंगलवार को साहस्र ताल से वापसी के दौरान खराब मौसम के कारण रास्ता भटक गए थे।
आईएएफ, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त वायु-भूमि खोज और बचाव अभियान के माध्यम से 13 ट्रेकर्स को सुरक्षित बचा लिया गया है। साहस्र ताल ट्रेक उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक उच्च-ऊंचाई ट्रेल है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि साहस्र ताल के पास खराब मौसम के कारण नौ ट्रेकर्स की मृत्यु से वह अत्यंत व्यथित हैं। उन्होंने कर्नाटक सरकार के राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा को देहरादून भेजा है ताकि वे सुनिश्चित कर सकें कि सभी बचाए गए ट्रेकर्स की सुरक्षित वापसी कर्नाटक में हो सके।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि सरकार मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। इस दुखद घटना ने उच्च-ऊंचाई ट्रेकिंग के खतरों पर ध्यान आकर्षित किया है और यह आवश्यक है कि ऐसी साहसिक गतिविधियों के लिए अधिक सुरक्षा उपाय अपनाए जाएं।
उत्तराखंड प्रशासन ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है और यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। ट्रेकिंग में भाग लेने वाले लोगों को उचित तैयारी और स्थानीय मार्गदर्शकों की सहायता लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है, खासकर ऐसे कठिन और जोखिम भरे मार्गों पर।