ब्रिटेन में आम चुनाव कराने के लिए संसद को कल आधी रात में भंग कर दिया गया। इसके साथ ही देश में 4 जुलाई को होने वाले आम चुनाव के लिए पांच सप्ताह की चुनावी प्रक्रिया की आधिकारिक शुरुआत हो गई है। रात में 12 बजकर एक मिनट पर संसद की सभी 650 सीटें खाली हो गईं।
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारी बारिश के बीच चुनाव की घोषणा की, जिसे कई लोगों ने अभियान की शुरुआत के रूप में देखा है। सुनक ने कहा, “यह चुनाव ब्रिटेन के भविष्य को संवारने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। हमें एक मजबूत और स्थिर सरकार की जरूरत है जो जनता की भलाई के लिए काम कर सके।”
संसद के भंग होने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने चुनाव अभियान तेज कर दिए हैं। विपक्षी दलों ने भी जोर-शोर से अपने प्रचार की रणनीतियों की घोषणा की है। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने कहा, “यह चुनाव हमारे देश के लिए एक नया रास्ता दिखाने का अवसर है। हम एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस बार के चुनाव में जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और ब्रेक्सिट के बाद की नीतियों जैसे मुद्दे प्रमुख होंगे। जनता भी इस चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की उम्मीद कर रही है।
चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही देश भर में राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह चुनाव ब्रिटेन की राजनीतिक दिशा को नई दिशा देगा और आने वाले वर्षों के लिए नीतियों को आकार देगा।