श्रीलंका में बुद्ध पूर्णिमा के महत्वपूर्ण अवसर पर वेसाक उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह उत्सव बौद्ध धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे बुद्ध के जन्म, बोध, और महापरिनिर्वाण के स्मरण में मनाया जाता है। वेसाक पूर्णिमा के अवसर पर श्रीलंका के बौद्ध देवालयों में धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-अर्चना, ध्यान, और दान-धर्म की प्रथाएं सम्पन्न होती हैं।
वेसाक उत्सव के दिन लोग बौद्ध मंदिरों में जाकर बुद्ध के मूर्ति को अभिषेक करते हैं और धर्मिक प्रसाद बांटते हैं। इस अवसर पर धर्मिक भावनाओं के साथ-साथ सामाजिक एकता भी दिखाई जाती है, जहां लोग अपने समूहों के साथ मिलकर उत्सव का आनंद उठाते हैं।
वेसाक के पर्व के दौरान श्रीलंका के कई शहरों में पर्वदीपों का आयोजन किया जाता है, जो रात के समय दीपों की रोशनी में सजते हैं और उत्सव की चमक बढ़ाते हैं। यहां तक कि स्थानीय बाजारों में भी विशेष बाजार लगाए जाते हैं, जहां लोग विभिन्न वस्त्र, पूजनीय सामग्री, और खास खाद्य-विशेष प्राप्त कर सकते हैं।
श्रीलंका में वेसाक उत्सव एक धार्मिकता और सामाजिक समृद्धि का पर्व है, जो लोगों को साथ मिलकर खुशहाली और सामूहिक उत्सव का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है।