झारखंड बोकारो स्टील क्षेत्र स्थित आज दिनांक 15 मई 2024को नेशनल एसोसिएशन ऑफ फिशरमेन झारखंड़ के बोकारो जिला इकाई के तत्वाधान में सेक्टर 4/G आवास संख्या -1146,बोकारो स्टील सिटी आवासीय कार्यालय में श्री राम के मित्र ,भगवान राम के अतुल्य भक्त ,पुरुषोतम राम के राज्यभिषेक के मुख्यअतिथि ,रामराज्य के राजा राम द्वारा घोषित प्रथम नागरिक परमपूज्य श्रधेय केवट राज का जयंती समारोह केवट राज के प्रतिमा पर पुष्पमाला ,पुष्पांजलि देकर उन्हें नमन कर धूप दिया दिखाकर मनाया गया।
इस समारोह में NAF के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह प्रदेश अध्यक्ष झारखंड श्री सरयू केवट के केवट राज की जीवनी पर प्रकाश डालते हुवे कहे कि प्रागैतिहासिक काल ,वेदिक काल ,पौराणिक काल ,सभी युगों में केवट जाति पंचम वर्ण निषाद क़ा वर्णन है। हम पूरे विश्व में मौजूद हैं यह पता पुराण साहित्य के अध्ययन से चलता हैं भारतमेंधर्मप्रचार ,व्यवसाय ,जगार ,भ्रमण ,देशाटन के लिए बहार से जो लोग आऐ उन्होंने जो रिपोर्ट दी ,पुस्तकें लिखी हैं जिसमें भारतीय निषाद सभ्यता क़ा जिक्र विश्व के सभी देशों में हैं। लेकिन वर्तमान समय में केवट जाति जो आदिवासी मूलवासी है जिसका इतिहास गौरवशाली अपने सारे न्याय से वंचित है सामाजिक न्याय ,आर्थिक न्याय ,संस्कृति न्याय ,शैक्षिणिक न्याय ,राजनैतिक न्याय सबों से हमें वंचित रखा जा रहा है। जरूरत अपनी सोच परिवर्तन की है ग्राह्य बनने की जो अच्छा हैउसे ग्रहण करना चाहिए। हमरा पूर्वज राजा थे हम जम्बोद्वीपए है। हमारी वंशावली सर्व प्रथम 1.स्वयंभू -,2.प्रियव्रत -3.आग्निध्र -4.नाभि -5.ऋषभ देव -6.जड़ भरत -7.सुमति -8.इन्द्र्दुम्न -9.परमेष्ठी -10.प्रतिहार -11.प्रतिहर्ता -12.भूव -13उद्ग्रिव -14प्रस्तार -15.पृथु -16.नक्त -17.गय -18.नर -19.विराट -20.महावीर्य -21.श्रीमान -22.महान -23.मनुस्थ -24त्वष्टा -25.बिरज -26.रज 27बिस्ग्ज्योति -28.————35तक केवट निषादवंशीयॉं ने जम्मू काश्मीर ,हड़प्पा ,मोहनजोदड़ो साम्राज्य क़ा विस्तार किया। -36.चाक्षुष -37.उर -38.अंगर पत्नी सुनिथा -39.राजा वेन -40.पृथु निषाद -41.संगम निषाद -42तीरथ राज निषाद -43.गुहराज निषाद -44.राजा हिरण्याक्ष -45.हिरन्य्धनु -46.राजा बलि -47.राजा सुदास -48.राजा देवदास 49.राजा बाली -50.राजा सहस्त्र बाहु -51.राजा वृंगद -52.अतिथिग्व 53.निमि -54राजा पुरुरवा 55.महाराज जालंधर -56.मधुकैतभ -57.महिषासुर -58.शुंभ निशुम्भ 59.राजा वृत्रासुर 60.निषाद राज वासुकी 61.नल 62.भस्मासुर 63.महाराजा प्रताप सिंह धवलदेव 64.राजा नांगल कोल 65.राजा मदन साह 66.कोल राजा 67.राजा विकमदेव 68.डूंगर वरांडा 69.बंसिया भील 70.राजा विवेक नारायण 71.राजा अर्जन सिंह 72.राणा पूंजा भील 73.राजा जगन्नाथ धाल
आदि कई प्रतापी राजा हुवे जो अपना राजपाठ विकसित तकनीकी के आधार पर शाशन चलाये। हमारे इतिहास को पूर्ण रुप से मिटा दिया गया है। हमें कई 578उपजातियों में बांट दिया गया है। औऱ सभी उपजातियों को एक भगवान देकर उसका वंशज बनाकर अनेक आयोग बनाकर मूलवासियों को जातियों में बांटकर 6000से अधिक जातियों में बांट दिया गया है। इस तरह हमें हमारे अधिकार से वंचित किया जा रहा है। वी आई पी पार्टी के प्रदेश सचिव मनोज निषाद ने कहा कि सामाज को राजनैतिक भागीदारी सुनिश्चित करनी है हमें सामाज को विकसित करने के लिए सभी को एक मंच पे लाना है। NAF जिला अध्यक्ष रवि केवट ने कहा हम जो अपना इतिहास भूल चुके हैँ उसे याद कर अपनी संस्कृति सभ्यता को बरकार रखना है। चाँदू कैबर्त के कहा सभी उपजातियों को एक मंच पर आना चाहिए। कभी भी अपने पूर्वजों को नहीं भूलना चाहिए इसी तरह जयंती औऱ पुण्यतिथि मनाकर उन्हें याद कर उनके आन बान शान को बरकार रखना चाहिए। इस जयंती समारोह की अध्यक्षता श्री रवि केवट संचालन श्री शयाम सुंदर केवट ने की। समारोह में सर्वश्री कृश्णा चौधरी ,सुरेश चौधरी ,प्रवीण कुमार ,महेंद्र केवट ,संतोष चौधरी ,त्रिवेणी मल्लाह ,प्रदीप चौधरी ,काशीनाथ मल्लाह ,संजय केवट ,चन्द्रिका केवट ,सुरेश निषाद ,अमरनाथ चौधरी ,देबिना मल्लाह ,प्रकाश चौधरी ,जीतन केवट ,आशीष केवट ,कैलाश केवट ,कालीचरण रवानी ,आनंद केवट, दिलीप केवट ,कैलाश मल्लाह आदि ने संबोधित करते हुवे अपनी सामाज को एक सूत्र में बाँधने क़ा संकल्प लिया।