केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार, गुजरात, और राजस्थान से पांच मामलों को लेकर एनईईटी-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, सीबीआई ने गुजरात और बिहार से एक-एक मामला और राजस्थान से तीन मामले फिर से पंजीकृत किए हैं। सीबीआई महाराष्ट्र के लातूर से भी एक अन्य मामले को अपने हाथ में लेने की तैयारी कर रही है।
बिहार पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर एक कथित पेपर लीक से संबंधित थी, जबकि अन्य चार मामले उम्मीदवारों, स्थानीय अधिकारियों और पर्यवेक्षकों द्वारा कथित रूप से की गई धोखाधड़ी और प्रतिरूपण से संबंधित थे। इन मामलों में कई उम्मीदवारों पर धोखाधड़ी से परीक्षा पास करने का आरोप है, जिसमें वे दूसरे व्यक्ति को अपने स्थान पर परीक्षा देने के लिए कहते थे।
एनईईटी-यूजी के परिणाम इस महीने की 4 तारीख को घोषित किए गए थे, और 67 उम्मीदवारों ने अधिकतम 720 अंकों के साथ परीक्षा में टॉप किया था। इस परिणाम ने परीक्षा की सत्यता पर बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया है। परिणाम आने के बाद, बड़ी संख्या में उम्मीदवारों और उनके परिवारों ने परीक्षा में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
सीबीआई के इस जांच के अंतर्गत अब यह देखा जाएगा कि परीक्षा प्रक्रिया में कितनी धोखाधड़ी हुई और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, और इससे संबंधित सभी पक्षों की जांच की जाएगी ताकि परीक्षा प्रणाली की सत्यता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।