कश्यप सन्देश

सर्वेश कुमार फिशर

मछुवारा समाज की चुनौती: सर्वेश कुमार 'फिशर' की कलम से

मछुवारा समाज की चुनौती: सर्वेश कुमार ‘फिशर’ की कलम से

आज मछुवारा समाज के अनेक लोग विस्थापन के कारण उन सुविधाओं से वंचित हैं, जो उन्हें आरक्षण व्यवस्था के तहत मिलनी चाहिए। हाल ही में मेरे संज्ञान में एक मामला आया, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि मछुवारा समाज की कई उपजातियों को अनुसूचित जनजाति का आरक्षण तो प्राप्त है, परंतु जिला स्तर पर तय इस […]

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समतामूलक और भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र की परिकल्पना: सर्वेश कुमार "फिशर" की कलम से

समतामूलक और भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र की परिकल्पना: सर्वेश कुमार “फिशर” की कलम से

हम कर्मकार समाज के लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हमारे जीवन की तमाम तकलीफें न तो किस्मत की देन हैं, न ही भगवान की। हमारे दुःख का असली कारण है- वर्तमान में जन्म के आधार पर होने वाला आर्थिक भेदभाव, जो हमारे कानूनों में गहराई से जड़ जमाए हुए है। हमारे कानून में

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सर्वेश कुमार फिशर की कलम से

मछुवारों के लिए आरक्षण में भी आरक्षण: सर्वेश कुमार फिशर की कलम से

मछुवारा समुदाय, जो परंपरागत रूप से नदियों, झीलों और तालाबों के किनारे बसते हैं, हमेशा से ही आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से उपेक्षित रहा है। इनके जीवन का मुख्य आधार मछली पकड़ना और तराई क्षेत्र की खेती है, जो असुरक्षित और अस्थाई आय के साधन हैं। ऐसे में, इनके आर्थिक और सामाजिक जीवन को स्थिरता

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उत्तर प्रदेश में मछुवारों की खस्ता माली हालत: इतिहास की गहरी चोट:सर्वेश कुमार फिशर की कलम से

उत्तर प्रदेश में मछुवारों की खस्ता माली हालत: इतिहास की गहरी चोट:सर्वेश कुमार फिशर की कलम से

उत्तर प्रदेश के मछुवारा समुदाय की आर्थिक स्थिति आज खस्ता है। यह स्थिति सिर्फ वर्तमान की नहीं, बल्कि इतिहास के गहरे जख्मों का परिणाम है। अगर हम इस समुदाय की दुर्दशा के पीछे के कारणों की पड़ताल करें, तो हमें ब्रिटिश शासनकाल से लेकर स्वतंत्र भारत तक की घटनाओं को समझना होगा। ब्रिटिश शासनकाल और

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