मल्लाह जाति: अपराधी जनजातियों का कलंक और पहचान की तलाश: मनोज कुमार मछवारा की कलम से
मल्लाह जाति का इतिहास एक संघर्ष और अस्तित्व की कहानी है। प्रोफेसर हेनरी श्वार्ज़ के अनुसार, भारतीय समाज में यह धारणा गहराई से जमी हुई थी कि अपराध वंशानुगत होता है, और इस आधार पर मल्लाह जैसी जातियों को अपराधी मानकर उनके पूरे समुदाय को दोषी ठहराया जाता था। 1772 में वॉरेन हेस्टिंग्स के कार्यकाल […]
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