उत्तर प्रदेश के जनपद जौनपुर में शाहगंज थाना क्षेत्र में टप्पेबाजी के आरोप में हिरासत में लिए गए मटरू बिंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मटरू ने थाने के शौचालय में खिड़की से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, लेकिन परिवार और क्षेत्रीय नेताओं ने इस बयान पर आपत्ति जताई है। घटनास्थल पर पहुंची निषाद पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने परिवार को हर संभव न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और निष्पक्ष जांच की मांग की।
मटरू बिंद की मौत शनिवार सुबह लगभग 8:30 बजे पुलिस हिरासत में हुई। इस बीच, मृतक के खिलाफ पुलिस ने लगभग 11 बजे टप्पेबाजी का मामला दर्ज कर लिया, जिसने घटना को और संदेहास्पद बना दिया है। परिवार और क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जब मटरू की तबीयत खराब थी और उसे अस्पताल ले जाने की बात थी, तो वह शौचालय में फांसी कैसे लगा सकता है?
सोमवार की शाम निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद और शाहगंज विधायक रमेश सिंह ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया। प्रवीण निषाद ने कहा कि यदि परिवार को कोई धमकी देता है, तो वे तत्काल जानकारी दें। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच का वादा किया।
26 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भी शाहगंज पहुंचेगा और मटरू बिंद के परिवार से मुलाकात कर घटना की पूरी जांच का आग्रह करेगा। निषाद कश्यप समुदाय में इस घटना के प्रति भारी आक्रोश है।उत्तर प्रदेश के जनपद जौनपुर में पुलिस हिरासत में हुई मटरू बिंद की मौत ने इलाके में भारी आक्रोश और संवेदनाओं का माहौल बना दिया है। परिवार वालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और न्याय की मांग की है। मटरू की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई इस मौत पर विभिन्न राजनीतिक दलों और स्थानीय संगठनों ने भी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। निषाद समुदाय के नेताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि पुलिस अभिरक्षा में किसी भी व्यक्ति की जान की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यावश्यक है।