दिनेश कुमार मल्लाह, ब्यूरो इंचार्ज, सतना, मध्य प्रदेश, कश्यप संदेश
रीवा जिले के हुजूर तहसील के ग्राम रहठ में केवट समाज, जो पीढ़ियों से तालाबों की मेंड़ों पर अपने घर बनाकर जीवन यापन कर रहा था, अचानक सरकारी कार्रवाई का शिकार हो गया। केवट समाज के लोग सिंघाड़े की फसल उगाकर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। यह उनका पुश्तैनी काम है, जिसे वे कई पीढ़ियों से करते आ रहे हैं।
09-10-2024 को बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के प्रशासन ने ग्राम रहठ में 10 से अधिक परिवारों के घरों पर बुलडोजर चला दिया, जिससे उनका घर, उनकी संपत्ति, और जीवन यापन का साधन तहस-नहस हो गया। पीड़ित परिवारों में रामलखन केवट, अशोक केवट, जगदीश केवट, नंदलाल केवट, मुन्नालाल केवट, मोलई केवट, रामफल केवट, संजय केवट और गायत्री केवट शामिल हैं।
प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह की कार्रवाई करना गैरकानूनी है और वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
अब सरकार और प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि इस मामले में उचित जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि गरीब केवट समाज के लोगों को न्याय मिल सके।