बिहार के नवादा जिले के पंचायत भदोखर की दलित बस्ती (मुसहर:मांझी) में बुधवार की देर शाम को जो हुआ, वह बेहद दिल दहला देने वाला था। दबंगों ने करीब 60 से 70 झोपड़ीनुमा घरों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी, जिससे पूरी बस्ती जलकर राख हो गई। घटना के बाद अब वहां सिर्फ राख का ढेर ही नजर आ रहा है। घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन के लोग मौजूद हैं, लेकिन वहां से थोड़ी ही दूरी पर अपने घरों और जीवन के साधनों को खो चुके परिवारों में मातम और कोहराम मचा हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर तुरंत संज्ञान लिया और एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं और राज्य के ADG लॉ एंड ऑर्डर को घटनास्थल पर भेजा है। साथ ही स्थानीय पुलिस पहले से ही वहां कैंप कर रही है और तेजी से जांच में जुटी हुई है।
कैसे हुआ हमला:
बुधवार की रात को, जब दलित बस्ती के लोग अपने दैनिक जीवन में व्यस्त थे, कुछ घरों में रात का खाना पक रहा था, और कुछ लोग सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी अचानक कई दबंगों ने बस्ती पर हमला कर दिया। बदमाशों ने पहले हवा में फायरिंग की, जिससे लोग डरकर बस्ती छोड़कर भाग गए। इसके बाद बदमाशों ने चुन-चुनकर दलितों के घरों को आग के हवाले कर दिया। देखते ही देखते 20 से अधिक घर जलकर खाक हो गए।
आगजनी का कारण:
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, जिस दलित बस्ती पर हमला हुआ, वह जमीन बिहार सरकार की बताई जाती है। इस जमीन पर पिछले 9 वर्षों से मुसहर समुदाय के लोग बसे हुए थे। हालांकि, इस जमीन पर एक और पक्ष का दावा है, और मामला अदालत में लंबित था। अदालत के फैसले से पहले ही दबंगों ने इस वारदात को अंजाम दिया।
परिवारों का दर्द और प्रशासन की कार्यवाही:
आगजनी में कई मवेशियों की भी जान चली गई। पूरी बस्ती में मातम का माहौल है, क्योंकि रातों-रात इन परिवारों की रोजी-रोटी के साधनों को छीन लिया गया। जिला प्रशासन इस घटना पर सख्त कार्रवाई में जुट गया है। एसपी अभिनव धीमान के अनुसार, अब तक 28 नामजद आरोपियों में से 16 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
इस भयानक घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। दबंगों द्वारा की गई इस आगजनी से एक समुदाय की जीवन भर की मेहनत राख में बदल गई, और अब पूरा समाज न्याय की आस में है।