कवि अशोक शास्त्री जी ने अपनी रचना में- कष्ट पड़े जब जीवन में तो लेना हमें संभल
कानपुर. दक्षिण क्षेत्र स्थित 16 सितम्बर, 2024. राय पुरवा वारियर्स संघ द्वारा झंडे वाली गली, राय पुरवा मे गणेश महोत्सव के अवसर पर आयोजित कवि-सम्मेलन मे कवियों ने भगवान गणेश जी की स्तुति कर के वातावरण भक्ति पूर्ण बना दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि ओम प्रकाश शुक्ल “अमिय” ने तथा संचालन नवीन मणि त्रिपाठी ने किया. भगवान् गणेश जी के पूजन- अर्चन के बाद प्रारंभ हुए इस कवि-सम्मेलन का शुभारंभ माँ सरस्वती की वंदना से हुआ. कवयित्री सुषमा सिंह ने “गज बदन गजानन, दुख हर्ता, दुख मेरे मिटाने आ जाओ, कुछ मोदक कदली लाई हूँ, तुम उनका भोग लगा जाओ” पंक्तियाँ पढ़ कर वातावरण को भक्ति पूर्ण बना दिया. कवि अशोक शास्त्री ने अपनी रचना “कष्ट पड़े जब जीवन मे तो लेना हमें संभाल, इतनी विनती को हूँ मैं, हे गौरा के लाल” प्रस्तुत कर तालियां बटोरीं. युवा कवि अनुराग सैनी “मुकुंद” ने अपनी रचना ” तुम याद मे कुछ इस तरह हो जिस तरह नदिया बहे, हम उस नदी का रोज पानी पी रहे तो जी रहे ” पढ़ कर वाह-वाही लूटी. कवि संजीव मिश्र ने “पिता” पर मर्मस्पर्शी रचना पढ़ कर लोगों को भाव-विभोर कर दिया. कवि-सम्मेलन मे कवि ओम प्रकाश शुक्ल ” अमिय “, नवीन मणि त्रिपाठी, राज कुमार सचान, श्रवण गुप्त, जावेद गोंडवीं, नूरेन फैजाबादी, अरशद, राकेश फक्कड़ ने भी काव्य- पाठ किया. इस अवसर पर श्री श्याम मनोहर मिश्र, सत्य नारायण गुप्त, विक्की वर्मा, शिवम मिश्र, विवेक अग्निहोत्री, अनंत मिश्र, नील कमल आदि गण मान्य लोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संयोजन निर्मल मिश्र ने किया.