केरल में आज आधी रात से राज्य के तट के साथ यंत्रीकृत नावों द्वारा ट्रॉलिंग गतिविधियाँ बंद हो जाएंगी, क्योंकि 52 दिनों का मछली पकड़ने का प्रतिबंध लागू हो जाएगा। यह प्रतिबंध अगले महीने की 31 तारीख तक प्रभावी रहेगा।
पारंपरिक इनबोर्ड मछली पकड़ने वाले जहाजों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है। बंदरगाहों और मछली लैंडिंग केंद्रों पर डीजल बंकर पूरे अवधि के लिए बंद रहेंगे।
राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से मछली पकड़ने वाले जहाजों को आधी रात से पहले केरल तट छोड़ने का निर्देश दिया है। 15 तारीख से तटीय जिलों में चौबीसों घंटे मत्स्य नियंत्रण कक्ष काम कर रहे हैं। प्रतिबंध अवधि के दौरान मछुआरों को मुफ्त राशन प्रदान किया जाएगा।
केरल सरकार 1988 से वार्षिक प्रतिबंध लागू कर रही है, जिसका उद्देश्य समुद्री पारिस्थितिकी पर मछली पकड़ने की गतिविधियों के प्रभाव को कम करना है। यह मछली प्रजनन के मौसम के साथ मेल खाता है, जिससे समुद्री मछली संसाधनों की पुनःपूर्ति में मदद मिलती है।
इस प्रतिबंध से समुद्री जीवन और मछुआरों दोनों को लाभ होने की उम्मीद है, क्योंकि यह मछलियों के प्रजनन और विकास के लिए आवश्यक समय प्रदान करता है।