लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना से पहले विपक्षी आईएनडीआई गठबंधन ने भविष्य की रणनीति की रूपरेखा तैयार करने के लिए नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है। यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हो रही है। बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संचालक अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन, सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी, और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव सहित कई प्रमुख नेता भाग ले रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) के अनिल देसाई, डीएमके के टी.आर. बालू, और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला भी इस बैठक में शामिल होंगे। हालांकि, टीएमसी और पीडीपी ने इस बैठक में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है।
इस बीच, कांग्रेस ने आज शाम किसी भी टीवी चैनल पर लोकसभा एक्जिट पोल की चर्चा में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस कयासबाजी और टीआरपी बढ़ाने के खेल में शामिल नहीं होना चाहती। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी एक्जिट पोल की अटकलों से दूर रहकर वास्तविक परिणामों का इंतजार करेगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस एक्जिट पोल में भाग न लेकर यह स्वीकार कर रही है कि वह लोकसभा चुनाव में हार मान चुकी है। भाजपा ने इसे कांग्रेस की पराजय की स्वीकृति के रूप में देखा है।
देशभर की निगाहें अब मंगलवार को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जहां से चुनावी संघर्ष का अंतिम परिणाम सामने आएगा।